पहले चरण में अपने लीग टेबल में टॉप पर रहते हुए, फाइनल में प्रवेश किया. इस दौरान झारखंड बालिका टीम अपने पहले मैच में मेजबान गोवा को 6-2 गोल से पराजित किया. दुसरे मैच में कर्नाटक को 3-0 गोल से शिकस्त दिया और लीग के अंतिम मैच में आसाम टीम को 1-0 से हराकर झारखंड टीम फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली.
फाइनल में झारखंड टीम का मुकाबला ओडिशा से था, इस मैच को भी झारखंड बालिका टीम ने 1-0 गोल से जीत कर खिताब अपने नाम कर लिया. फाइनल मैच में एक मात्र गोल झारखंड टीम की ओर से मैच के 20वें मिनट में अनामिका सांगा ने किया, जो अंत तक निर्णायक साबित हुआ.
कप्तान चांदनी कुमारी के नेतृत्व में झारखंड टीम पुरे प्रतियोगिता के दौरान मात्र 12 खिलाड़ियों से खेल रही थी. फिर भी टीम का हौसला किसी भी क्षण कम नहीं हुआ.
इस प्रतियोगिता के मुख्य अतिथि पूर्व भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान बुईचुंग भूटिया और सुब्रत पाल थे. जिन्होंने झारखंड टीम को ड्रीम स्पोर्ट्स चैम्पियनशिप की ट्रॉफी को जैसे ही हाथों में दिया पुरे टीम में खुशी की लहर दौड़ गई. झारखंड और पुरे देश से झारखंड टीम को बधाई और शुभकामनाएं मिल रही है.